परिचय:
आजकल हर स्मार्टफोन में कुछ न कुछ ऐसा है जो युवाओं को लुभा रहा है, लेकिन इनमें से सबसे खतरनाक है – Online Gambling Platforms जैसे Stake.com, 1xBet, Betway वगैरह। ये वेबसाइट्स खुद को "gaming" या "entertainment" के नाम से promote करती हैं, लेकिन असल में ये कर्ज़, तनाव और मानसिक टूटन का कारण बन रही हैं।
🔍 Parents को क्यों सतर्क रहना चाहिए?
❗ 1. ये ऐप्स छुप-छुप के चलते हैं:
Stake.com जैसी websites पर youth अक्सर VPN या dark browser से access करते हैं ताकि कोई पकड़ न सके। पेरेंट्स को खबर तक नहीं होती कि उनका बच्चा ₹500 से ₹50,000 हार चुका है।
💸 2. Loan Apps और UPI का misuse:
गैंबलिंग के लिए युवा UPI, ऑनलाइन लोन apps या यहां तक की घरवालों के credit card तक का इस्तेमाल कर रहे हैं। बाद में EMI और interest के चक्कर में पूरी जिंदगी बर्बाद हो जाती है।
🧠 3. मानसिक प्रभाव:
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Depression
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Anxiety
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Sleeplessness
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Frustration ये सब लगातार हारने और addiction की वजह से होता है।
👁️🗨️ Real Example (Anonymized Case):
"राहुल (नाम बदला गया) सिर्फ 19 साल का था जब उसने Stake.com पर ₹2 लाख हार दिए। पहले जेब खर्च से शुरू किया, फिर दोस्तों से उधार लिया। आज वो कॉलेज ड्रॉपआउट है और psychiatric इलाज करवा रहा है।"
🧩 सरकार और समाज क्या कर सकते हैं?
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❌ इन websites को India में पूरी तरह ban करना चाहिए
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🧑🏫 स्कूलों में “Digital Risk Awareness” की education होनी चाहिए
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🧒 Parents को चाहिए कि वो बच्चों के मोबाइल activity पर नजर रखें
💡 Parents के लिए सुझाव:
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बच्चों से tech के बारे में बात करें, डराएं नहीं — समझाएं
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Banking Apps और Cards में OTP और notifications चालू रखें
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Gambling और Instant पैसा कमाने वाली साइट्स के ads पर ध्यान दें
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Open discussion करें — ताकि बच्चा किसी भी गलती को छुपाए नहीं
📌 निष्कर्ष (Conclusion):
आज का समय सिर्फ पढ़ाई और खेल का नहीं — ये digital जाल से बचने का भी है। पेरेंट्स को अब smart parenting करनी होगी, सिर्फ moral values से नहीं बल्कि digital knowledge से भी। क्योंकि आजकल का अपराध सिर्फ गली-चौराहे पर नहीं, मोबाइल स्क्रीन के पीछे भी छुपा बैठा है।
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