🔍 प्रस्तावना
पिछले कुछ वर्षों में भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने अभूतपूर्व तरक्की की है। अब यह तकनीक सिर्फ रिसर्च लैब्स या Silicon Valley तक सीमित नहीं रही, बल्कि आम ज़िंदगी, शिक्षा, स्वास्थ्य, और व्यापार में घुस चुकी है।
2025 में भारत दुनिया के सबसे बड़े AI यूज़र और डेवलपर देशों में गिना जा रहा है।
🧠 AI कहां-कहां हो रहा है इस्तेमाल?
1. 🏥 स्वास्थ्य सेवा (Healthcare)
AI अब डॉक्टरों का सहायक बन चुका है। बड़ी AI कंपनियाँ जैसे Qure.ai और Tata MD अस्पतालों में फेफड़ों की X-ray, MRI स्कैन आदि की रिपोर्ट कुछ ही सेकंड में दे रही हैं।
"AI ने भारत में टीबी की जांच और कैंसर की पहचान आसान बना दी है।"
2. 📚 शिक्षा (Education)
अब बच्चे ChatGPT जैसे टूल से घर बैठे पढ़ाई कर रहे हैं। AI टीचर की तरह काम करता है — बच्चों की कमज़ोरियां पहचान कर उन्हें बेहतर गाइड करता है।
3. 🏦 बैंकिंग और सिक्योरिटी
RBI से लेकर SBI तक अब AI-आधारित फ्रॉड डिटेक्शन सिस्टम यूज़ कर रहे हैं। कुछ बैंक तो ऐसे बॉट्स चला रहे हैं जो हर मिनट में हजारों ट्रांजैक्शन की निगरानी करते हैं।
4. 🚗 ऑटोमेशन और ट्रांसपोर्ट
टाटा, महिंद्रा और Ola जैसी कंपनियाँ AI का इस्तेमाल करके सेल्फ-ड्राइविंग फीचर और स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम डेवलप कर रही हैं।
🇮🇳 भारत में AI नीति और सरकार का रोल
भारत सरकार ने "AI for All" नीति लॉन्च की है — जिसमें देश के हर वर्ग तक AI की पहुंच सुनिश्चित की जा रही है।
सरकार ने 2024-25 के बजट में ₹14,000 करोड़ की राशि AI सेक्टर में निवेश के लिए तय की है।
🔮 भविष्य में क्या होगा?
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AI से नौकरी जाएगी या बढ़ेगी?
यह एक बड़ा सवाल है। हाँ, कुछ पारंपरिक नौकरियां खत्म होंगी, लेकिन AI से जुड़ी नई स्किल्स और जॉब्स का बूम आने वाला है। -
BharatGPT जैसा देसी AI भी आ रहा है, जो भारत की भाषाओं में प्रशिक्षित होगा।
✍️ निष्कर्ष
AI भारत के लिए केवल एक तकनीक नहीं बल्कि एक विकास क्रांति है। अगर सही दिशा में इसका उपयोग किया गया, तो यह हर गांव और हर नागरिक की ज़िंदगी बदल सकता है।
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